मन की सोंधी मिट्टी पर जब इश्क़ की बूंदे गिरती हैं तो सतरंगी ख़यालों के बीज फूटते हैं, जिसको मैं "सुनो ... मन की सोंधी मिट्टी पर जब इश्क़ की बूंदे गिरती हैं तो सतरंगी ख़यालों के बीज फूटते ह...
कल्पना को हकीकत बना नहीं पाती हूँ कल्पना को हकीकत बना नहीं पाती हूँ
वापस मुड़कर अब कोई तुम्हें, फोन हाथ मे लिए नज़र आता है क्या ? कभी बस यूँ ही तुम्हें मेरा ख्याल आत... वापस मुड़कर अब कोई तुम्हें, फोन हाथ मे लिए नज़र आता है क्या ? कभी बस यूँ ही त...
बस यूँ ही शब्दों से चित्र उकेरता हूँ बस यूँ ही शब्दों से चित्र उकेरता हूँ
तुम्हारी नोटबुक में चकित विस्मित दरीचों की ओट से पढ़ता तुम्हारा लिखा विस्फारित नेत्रों से ... तुम्हारी नोटबुक में चकित विस्मित दरीचों की ओट से पढ़ता तुम्हारा लिखा व...
यूँ ही नहीं बदलते मतलब कुछ बातों के लोग नया अफसाना बना लेते हैं l यूँ ही नहीं बदलते मतलब कुछ बातों के लोग नया अफसाना बना लेते हैं l